तिलक नगर के फर्जी मैसेज के बाद अब निगम आयुक्त का फर्जी मैसेज वाट्सएप पर वायरल, इंदौर डीआईजी बोलीं कोई भी भ्रामक प्रचार करे तो उसकी सूचना इस नंबर पर दें
उस मेसेज से सबक लेते हुए इंदौर कलेक्टर ने धारा 144 के आदेश में विशेष रूप से किसी भी अफ़वाह या भ्रामक प्रचार पर रोक का उल्लेख किया था किन्तु आज फिर इंदौर निगम आयुक्त के नाम से एक फर्जी मैसेज वाट्सएप पर वायरल हो गया जिसमें शहर में दवा छिड़काव का बहाना करते हुए आज रात दस बजे से सुबह पांच बजे तक घर से निकलने को मना किया गया जिसकी पड़ताल करने के बाद वो भी फर्जी निकला।
आज रात प्रधानमंत्री के भाषण में उन्होंने खुल के इस महामारी के खतरे के बारे में बताया तो आम जनता में एक स्वाभाविक सी घबराहट है, ज़रा सोचिए ऐसे माहौल में एक गलत या भ्रामक मैसेज कितना नुकसान पहुंचा सकता है, जैसे यदि कोई ये फैला दे कि आगामी दिनों में लॉक डाउन हो सकता तो लाखों की तादाद में लोग फल, सब्ज़ी या राशन लेने निकल पड़ेंगे जिससे बेवजह आवश्यक सामान की भारी किल्लत हो सकती है इसीलिए ऐसे भ्रामक मैसेजों पर कड़ी लगाम कसनी आवश्यक है।
इसी मामले पर भारती न्यूज़ संपादक डॉ सौरभ माथुर ने इंदौर डीआईजी रूचिवार्धन मिश्र से बात कर उनके विचार जाने, इस मामले पर डीआईजी ने कहा
हालांकि लोग एक दूसरे को मदद करने की अपेक्षा से ऐसे मेसेज फॉरवर्ड करतें हैं लेकिन यदि ऐसी कोई भी सूचना या मेसेज जिससे भ्रामक प्रचार हो, किसी की बदनामी हो, व्यवस्था ख़राब होने का खतरा हो, ऐसे किसी भी मेसेज की सूचना क्राइम ब्रांच के हेल्प लाइन नंबर 7049124444/45 पर दी जा सकती है व शिकायत सही पाने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी
हालांकि ऐसे किसी भी मामले में अब तक पुलिस को कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है लेकिन आने वाले दो हफ्तों में बेहद सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि कई फालतू बैठे शरारती तत्वों की मूर्खता की वजह से व्यवस्थाएं ख़राब हो सकतीं हैं।