जनवरी, 2020 में औद्योगिक विकास दर 2 प्रतिशत रही
जनवरी, 2020 में औद्योगिक विकास दर 2 प्रतिशत रही

विनिर्माण क्षेत्र के 23 उद्योग समूहों में से 11 समूहों ने जनवरी, 2020 के दौरान धनात्मक वृद्धि दर दर्ज की अप्रैल-जनवरी, 2019-20 में औद्योगिक विकास दर 0.5 फीसदी आंकी गई जनवरी, 2020 में खनन, विनिर्माण और बिजली क्षेत्रों की उत्‍पादन वृद्धि दर क्रमश: 4.4, 1.5 एवं 3.1 फीसदी रही


जनवरी, 2020 में औद्योगिक उत्‍पादन सूचकांक (आईआईपी) 137.1 अंक रहा जो जनवरी, 2019 के मुकाबले 2.0 फीसदी अधिक है। इसका मतलब यही है कि जनवरी, 2020 में औद्योगिक विकास दर 2.0 फीसदी रही। उधर, अप्रैल-जनवरी, 2019-20 में औद्योगिक विकास दर पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 0.5 फीसदी आंकी गई है।


जनवरी, 2020 में खनन, विनिर्माण (मैन्‍युफैक्‍चरिंग) एवं बिजली क्षेत्रों की उत्‍पादन वृद्धि दर जनवरी, 2019 के मुकाबले क्रमश: 4.4 फीसदी, 1.5 फीसदी तथा 3.1 फीसदी रही। उधर, अप्रैल-जनवरी, 2019-20 में इन तीनों क्षेत्रों यानी सेक्‍टरों की उत्‍पादन वृद्धि दर पिछले वित्‍त वर्ष की समान अवधि की तुलना में क्रमश: 1.0, 0.3 तथा 0.9 फीसदी आंकी गई है।


उद्योगों की दृष्टि से विनिर्माण क्षेत्र के 23 उद्योग समूहों (दो अंकों वाली एनआईसी-2008 के अनुसार) में से 11 समूहों ने जनवरी, 2019 की तुलना में जनवरी, 2020 के दौरान धनात्मक वृद्धि दर दर्ज की है। इस दौरान ‘तम्‍बाकू उत्‍पादों के विनिर्माण' ने 22.8 प्रतिशत की सर्वाधिक धनात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसके बाद ‘बुनियादी धातुओं के विनिर्माण’ का नम्बर आता है जिसने 14.1 प्रतिशत की धनात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसी तरह ‘फर्नीचर के विनिर्माण’ ने 9.0 प्रतिशत की धनात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है। वहीं, दूसरी ओर उद्योग समूह ‘रिकॉर्डेड मीडिया की प्रिंटिंग एवं रिप्रोडक्‍शन’ ने (-) 16.3 प्रतिशत की सर्वाधिक ऋणात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसके बाद ‘कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक और ऑप्टिकल उत्पादों के विनिर्माण’ का नंबर आता है जिसने (-) 11.6 प्रतिशत की ऋणात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसी तरह ‘मोटर वाहनों, ट्रेलरों और सेमी-ट्रेलरों के विनिर्माण’ ने (-) 10.6 प्रतिशत की ऋणात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है।


उपयोग आधारित वर्गीकरण के अनुसार जनवरी, 2020 में प्राथमिक वस्‍तुओं (प्राइमरी गुड्स), पूंजीगत सामान, मध्‍यवर्ती वस्तुओं एवं बुनियादी ढांचागत/निर्माण वस्‍तुओं की उत्‍पादन वृद्धि दर जनवरी, 2019 की तुलना में क्रमश: 1.8 फीसदी, (-) 4.3 फीसदी, 15.8 फीसदी और (-) 2.2 फीसदी रही। जहां तक टिकाऊ उपभोक्‍ता सामान का सवाल है, इनकी उत्‍पादन वृद्धि दर जनवरी, 2020 में (-) 4.0 फीसदी रही है। इसी तरह गैर-टिकाऊ उपभोक्‍ता सामान की उत्‍पादन वृद्धि दर जनवरी, 2020 में (-) 0.3 फीसदी रही।


इस प्रेस विज्ञप्ति से जुड़ी सूचना मंत्रालय की वेबसाइट http://www.mospi.nic.in पर भी उपलब्ध है।


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