कोरोना का खौफ , 4 जेलों को तोड़कर भाग गए 834 कैदी , कोरोना से मौत के अंदेशे के चलते जेल में मची भगदड़ , जेल कर्मी पुलिस और प्रशासन भी कुछ नहीं कर पाया , अफसर भी जान जोखिम में नजर आने पर हो गए अपने घरों में
ब्राजील में घटित इस वाक्ये ने कई देशों की आँखे खोल दी है | दरअसल कोरोना का खौफ जेल ब्रेक की घटनाओं को भी अंजाम दे सकता है | ब्राजील की राजधानी साओ पाउलो में ये चारों जेल हैं | कोरोना वायरस का डर इन कैदियों में इतना ज्यादा था कि ये जेल तोड़कर भाग गए | चारों जेलों से कुल 834 कैदी भागे हैं. इसके पीछे कारण यह था कि ब्राजील में कोरोना वायरस से सैकड़ों को संक्रमण और मौत का सिलसिला शुरू होना है |
हैरान करने वाली बात ये है कि जो कैदी भागे हैं उनमें से 429 ऐसे कैदी हैं, जिन्हें मिलिट्री पुलिस ने गिरफ्तार किया था | डेली मेल अखबार के अनुसार भागने वाले कैदी ब्राजील की सरकार की उस योजना के हिस्सा थे, जिसमें 34 हजार कैदियों को काम करने के लिए जेल से बाहर जाने की अनुमति मिली हुई थी | लेकिन इस योजना पर अमल हो पाता इससे पहले ही वे जेल ब्रेक कर फुर्र हो गए | इस जेल ब्रेक की सीसीटीवी फुटेज सामने आई है. इसमें दिखाई दे रहा है कि साओ पाउलो के मोंगागुआ स्थित प्रोग्रेसन सेंटर जेल से एकसाथ 577 कैदी भाग रहे हैं. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ है
हालांकि, ब्राजील की पुलिस का दावा है कि इनमें से ज्यादातर कैदी कोरोना का खौफ खत्म होते ही उनकी गिरफ्त में होंगे | ब्राजील के मीडिया संस्थान जी1 के अनुसार 2800 से ज्यादा कैदियों ने 9 जेल प्रहरियों को बंधक बना लिया था. लेकिन बाद में इस खबर की पुष्टि कहीं से नहीं हो पाई | पोर्टो फेलिज की जेल से 178 कैदी भागे थे, जबकि ट्रेमेमबे की डॉ. एडगर मगलहाएस जेल से भागे 75 कैदी भागे